Detailed Notes on Shodashi
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श्री-चक्रं शरणं व्रजामि सततं सर्वेष्ट-सिद्धि-प्रदम् ॥१॥
इस सृष्टि का आधारभूत क्या है और किसमें इसका लय होता है? किस उपाय से यह सामान्य मानव इस संसार रूपी सागर में अपनी इच्छाओं को कामनाओं को पूर्ण कर सकता है?
Goddess is commonly depicted as sitting on the petals of lotus that's kept on the horizontal body of Lord Shiva.
The Sri Chakra is usually a diagram shaped from nine triangles that surround and emit out with the central issue.
देवीं मन्त्रमयीं नौमि मातृकापीठरूपिणीम् ॥१॥
चक्रेऽन्तर्दश-कोणकेऽति-विमले नाम्ना च रक्षा-करे ।
ഓം ശ്രീം ഹ്രീം ക്ലീം ഐം സൗ: ഓം ഹ്രീം ശ്രീം ക എ ഐ ല ഹ്രീം ഹ സ ക ഹ ല ഹ്രീം സ ക ല ഹ്രീം സൗ: ഐം ക്ലീം ഹ്രീം click here ശ്രീം
षट्पुण्डरीकनिलयां षडाननसुतामिमाम् ।
या देवी दृष्टिपातैः पुनरपि मदनं जीवयामास सद्यः
श्रींमन्त्रार्थस्वरूपा श्रितजनदुरितध्वान्तहन्त्री शरण्या
यहां पढ़ें त्रिपुरसुन्दरी कवच स्तोत्र संस्कृत में – tripura sundari kavach
These gatherings are not only about personal spirituality but also about reinforcing the communal bonds by means of shared ordeals.
कर्तुं देवि ! जगद्-विलास-विधिना सृष्टेन ते मायया
पञ्चब्रह्ममयीं वन्दे देवीं त्रिपुरसुन्दरीम् ॥५॥